रमेश एक ईमानदार सरकारी क्लर्क था। उसने वर्षों की बचत और एक छोटा सा लोन लेकर अपने परिवार के लिए दो कमरे का घर बनवाना शुरू किया। शुरुआत अच्छी थी – मज़दूर समय पर आ रहे थे, ठेकेदार ईंटें मंगवा चुका था। लेकिन कुछ हफ्तों बाद जब रमेश दीवारों की तरफ़ देखता, तो उसे कुछ असामान्य लगता – ईंटें खिसक रही थीं, प्लास्टर उखड़ रहा था, और कहीं-कहीं से सीलन झाँक रही थी।
तभी उसका पड़ोसी बोला – “सीमेंट तो सही लगाया था न?”
रमेश चौंका – “सीमेंट? सब एक जैसा ही होता है, क्या फर्क पड़ता है?”
यहीं से शुरू हुई रमेश की असली सीख – ईंटों की दीवार के लिए सही सीमेंट का चुनाव क्यों जरूरी होता है।
जब दीवारें खड़ी हों लेकिन टिकाऊ न हों
घर बनते समय रमेश ने सीमेंट के बारे में ज्यादा नहीं सोचा। उसने नजदीकी स्टोर से सबसे सस्ता सीमेंट मंगवाया, ठेकेदार ने 1:6 (सीमेंट:रेत) अनुपात से मोर्टार तैयार किया और ईंटों की दीवारें खड़ी हो गईं।
शुरुआती लक्षण:
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दीवारों पर बाल जैसी दरारें
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कोनों पर प्लास्टर निकलना
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बारिश के बाद सीलन
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प्लास्टरिंग के 2 महीने बाद भी सफेद दाग
रमेश परेशान हो गया। वो घर जिसे उसने सपना समझकर बनाया था, वो अब टूटने लगा था।
एक पुराने राजमिस्त्री की सीख
रमेश की चिंता देखकर एक बुजुर्ग राजमिस्त्री रामलाल पास आया और बोला:
“बाबूजी, दीवार की मजबूती सीमेंट से नहीं, सही सीमेंट से आती है।”
रमेश ने पूछा – “मतलब?”
रामलाल ने समझाया:
ईंटों के लिए सीमेंट चुनते समय ध्यान दें:
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बहुत तेज़ सेट होने वाला सीमेंट नहीं होना चाहिए
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रेत से अच्छी bonding करने वाला होना चाहिए
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shrinkage कम होना चाहिए, ताकि दरारें न आएं
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moisture-resistance होनी चाहिए
“ईंटों की दीवार के लिए PPC (Portland Pozzolana Cement) सबसे अच्छा रहता है,” रामलाल बोले।
OPC बनाम PPC – क्या अंतर है?
रमेश के मन में सवाल उठे – "PPC और OPC में क्या फर्क है?"
OPC (Ordinary Portland Cement)
पॉइंट | जानकारी |
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ग्रेड | 43 और 53 |
सेटिंग टाइम | तेज़ (1-2 घंटे में शुरू) |
स्ट्रेंथ | जल्दी मिलती है (7-14 दिन में) |
उपयोग | RCC, कॉलम, बीम, स्लैब आदि |
नुकसान | ज्यादा हीट, क्रैक्स की संभावना |
पॉइंट | जानकारी |
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सेटिंग टाइम | धीमा लेकिन स्थिर |
स्ट्रेंथ | धीरे-धीरे बढ़ती है (28 दिन) |
फायदा | shrinkage कम, water resistance अधिक |
उपयोग | ईंटवर्क, प्लास्टर, फिनिशिंग |
पर्यावरण | कम कार्बन उत्सर्जन, Eco-Friendly |
ईंटों की दीवारों के लिए PPC सीमेंट ही सबसे उपयुक्त है। वह ईंटों और रेत को अच्छे से बांधता है और प्लास्टरिंग में दरारें नहीं आने देता।
ब्रांड का महत्व – कौन सा PPC सीमेंट अच्छा है?
रामलाल मिस्त्री ने रमेश को कुछ भरोसेमंद ब्रांड बताए:
ब्रांड | खासियत |
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UltraTech PPC | भारत का नंबर 1 ब्रांड, uniform strength |
Ambuja Plus | नमी रोकने में अच्छा |
ACC Suraksha | प्लास्टर और ईंटवर्क में प्रयोग होता है |
Shree Cement PPC | बजट में बेहतर गुणवत्ता |
Dalmia PPC | eco-friendly और crack-resistant |
नया मोर्टार, नई उम्मीद
रमेश ने पुराने हिस्से को तोड़कर दोबारा काम शुरू किया।
अबकी बार क्या बदला?
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सीमेंट: Ambuja Plus PPC
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अनुपात: 1:6 (सीमेंट:रेत)
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रेत: अच्छी क्वालिटी की रिवर सैंड
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मिक्सिंग: मशीन से
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पानी: माप के अनुसार
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Admixture: Dr. Fixit LW+ (Optional)
मजदूर भी बोले – “साहब, अब मिक्स चिकना बन रहा है, ईंट पकड़ रही है।”
रामलाल मिस्त्री बोला – “अब जो दीवार खड़ी होगी, वो पीढ़ियाँ देखेगी।”
प्लास्टर और पेंटिंग के बाद का अनुभव
28 दिन curing के बाद दीवारों पर प्लास्टर किया गया। इस बार नमी नहीं दिखी, दरारें नहीं बनीं।
पेंटिंग के बाद दीवारें निखर गईं। रमेश की पत्नी ने कहा – “अब ये सच में घर जैसा लग रहा है।”
रमेश ने महसूस किया कि सही सीमेंट सिर्फ दीवार नहीं बनाता, भरोसा बनाता है।
Brick Wall के लिए सही सीमेंट – Quick Guide
तत्व | सुझाव |
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सीमेंट टाइप | PPC (Portland Pozzolana Cement) |
ब्रांड | Ambuja Plus, ACC Suraksha, UltraTech PPC |
ग्रेड | ग्रेडिंग जरूरी नहीं, लेकिन BIS IS 1489 Part-1 मार्क होना चाहिए |
अनुपात | 1:6 (सीमेंट:रेत) |
रेत क्वालिटी | साफ, नदी की रेत, मिट्टी रहित |
पानी की मात्रा | केवल उतना ही जितना मिक्स को workable बनाए |
Curing | कम से कम 7 दिन तक रोज़ाना पानी देना |
सीमेंट की उम्र | 3 महीने से पुराना सीमेंट न लें |
रमेश की यह यात्रा बताती है कि Brick Wall के लिए PPC सीमेंट सबसे उपयुक्त है। सस्ता सीमेंट लगाकर जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई में उससे ज्यादा पैसा लगा।
“सही सीमेंट से दीवारें नहीं गिरती, परिवारों के सपने बनते हैं।”
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